इमरजेंसी फंड क्या होता है? पूरी जानकारी | What is Emergency Fund in Hindi

what is Emergency fund in hindi

what is Emergency Fund: हर किसी के जीवन में कुछ ऐसे पल आते हैं, जब अचानक पैसों की ज़रूरत पड़ जाती है—बिना किसी चेतावनी के। ऐसी स्थिति में अगर जेब खाली हो, तो दिक्कतें कई गुना बढ़ जाती हैं। इसी संकट की घड़ी में एक चीज़ काम आती है: Emergency Fund।
Emergency Fund न सिर्फ आपकी आर्थिक सुरक्षा की नींव है, बल्कि ये आपको मानसिक शांति भी देता है। लेकिन कई लोग इस फंड की अहमियत को तब समझते हैं जब बहुत देर हो चुकी होती है।

इस लेख में हम समझेंगे Emergency Fund क्या होता है, क्यों ज़रूरी है, इसे कैसे और कब बनाना चाहिए, और इसे सही तरीके से कहां निवेश करें।

Emergency Fund क्या होता है?

Emergency Fund एक ऐसा वित्तीय संग्रह (financial reserve) होता है जो किसी भी आपात स्थिति में आपकी मदद के लिए तैयार रहता है। इस फंड को आप तभी छूते हैं जब कोई बड़ी और अप्रत्याशित घटना घट जाए—जैसे कि नौकरी छूटना, गंभीर बीमारी, गाड़ी का बड़ा खर्च, या किसी प्रियजन की मेडिकल इमरजेंसी।

यह आपकी Peace of Mind के लिए एक सुरक्षा कवच है, जिससे आप बिना उधारी या लोन के संकट का सामना कर सकते हैं।

Emergency Fund क्यों जरूरी है?

कल्पना कीजिए कि आपको अचानक नौकरी से निकाल दिया गया है। अगले कुछ महीनों तक खर्च चलाना है, लेकिन इनकम बंद हो गई है। या फिर, किसी परिजन को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ गया। ऐसे समय में Emergency Fund ही वो सहारा है जो आपको मानसिक और आर्थिक रूप से स्थिर बनाए रखता है।

बिना Emergency Fund के लोग आमतौर पर क्रेडिट कार्ड या लोन का सहारा लेते हैं, जिससे आर्थिक दबाव और मानसिक तनाव दोनों बढ़ जाते हैं।

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Emergency Fund और Savings में क्या अंतर है?

कई लोग Emergency Fund और Savings को एक ही समझते हैं, लेकिन दोनों में साफ़ अंतर है। Savings आमतौर पर हमारे सपनों और इच्छाओं के लिए होती है—जैसे कि नई गाड़ी, घर या छुट्टी पर जाना।

जबकि Emergency Fund सिर्फ जरूरत के समय के लिए होता है। इस पर केवल तभी हाथ डाला जाता है जब कोई गंभीर परिस्थिति उत्पन्न हो जाए।

SavingsEmergency Fund
इच्छाओं के लिएजरूरत के लिए
खर्च हो सकता हैसिर्फ आपात स्थिति में
कम समय के लिएलंबी अवधि के लिए
आकर्षक निवेशअधिक तरलता (liquidity) ज़रूरी

Emergency Fund कब और कैसे बनाना शुरू करें?

Emergency Fund बनाना जितना जल्दी शुरू किया जाए, उतना बेहतर है। अगर आप अभी कॉलेज से पास होकर नौकरी शुरू कर चुके हैं, तो यही सही समय है। हर महीने अपनी सैलरी का कम से कम 10–20% हिस्सा Emergency Fund के लिए अलग रखें।

छोटे से शुरू करें, लेकिन नियमित रूप से करें। आपको बड़ी रकम की ज़रूरत नहीं होती, शुरुआत बस एक हज़ार रुपए से भी की जा सकती है।

Emergency Fund का सही आकार क्या होना चाहिए?

Emergency Fund का आकार आपकी महीने की खर्चों पर निर्भर करता है। thumb rule ये है कि आपके 3 से 6 महीने के खर्च Emergency Fund में होने चाहिए। यानी अगर आपके महीने के खर्च ₹30,000 हैं, तो Emergency Fund में कम से कम ₹90,000 से ₹1,80,000 तक होना चाहिए।

अगर आप फ्रीलांसर हैं या आपकी इनकम अनिश्चित है, तो Emergency Fund और बड़ा होना चाहिए—कम से कम 9 महीने तक का खर्च।

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Income के हिसाब से Emergency Fund कैसे बनाएं

Monthly IncomeRecommended Emergency Fund
₹10,000 – ₹20,000₹30,000 – ₹60,000
₹25,000 – ₹40,000₹75,000 – ₹1,20,000
₹50,000 – ₹80,000₹1.5 लाख – ₹2.4 लाख
₹1 लाख और ऊपर₹3 लाख – ₹6 लाख

कम इनकम वालों को शुरुआत में थोड़ा कठिन लग सकता है, लेकिन थोड़ी-थोड़ी बचत करके ये लक्ष्य पूरा किया जा सकता है।

Emergency Fund के लिए Budgeting कैसे करें

Budget बनाना इस प्रक्रिया की पहली सीढ़ी है। पहले यह समझें कि आप महीने में कहां-कहां खर्च कर रहे हैं। जरूरी खर्चों (जैसे किराया, राशन, बिजली) और गैर-जरूरी खर्चों (जैसे ऑनलाइन शॉपिंग, बाहर खाना) को अलग-अलग करें।

हर महीने Emergency Fund के लिए एक निश्चित रकम तय करें। और इसे सबसे पहले अलग रखें, बाकी खर्च बाद में करें।

Emergency Fund कहां रखें?

Emergency Fund को ऐसी जगह रखना चाहिए जहां:

  • जरूरत पड़ने पर जल्दी निकाल सकें
  • कोई पेनाल्टी न लगे
  • थोड़ा-बहुत ब्याज भी मिले

Best विकल्प हैं:

  • High Interest Savings Account
  • Liquid Mutual Funds
  • Short-term Fixed Deposits
  • Recurring Deposits (शुरुआत के लिए)

Avoid करें: शेयर बाजार, लंबी अवधि वाले निवेश

What is Emergency Fund

Bank Account Vs Cash – Emergency Fund को कहां रखें?

Emergency Fund को कैश में रखना बहुत असुरक्षित हो सकता है—चोरी, खो जाने या मूल्य घटने का डर रहता है। दूसरी ओर, बैंक अकाउंट में पैसे सुरक्षित रहते हैं और ज़रूरत पड़ने पर आसानी से निकाले जा सकते हैं।

कैश vs बैंक अकाउंट तुलनात्मक तालिका:

ParameterCashBank Account
Liquidityबहुत तेजतेज
Securityकमअधिक
Interestनहींहाँ (4-6%)
Accessibilityतुरंतकुछ समय में

संक्षेप में, कुछ प्रतिशत Emergency Fund कैश में रखें (जैसे ₹5,000–₹10,000), बाकी बैंक अकाउंट या हाई लिक्विडिटी विकल्प में।

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High Interest Savings Account के फायदे

High Interest Savings Account एक बढ़िया ऑप्शन है क्योंकि:

  • यह सुरक्षित होता है
  • इसमें FD से ज्यादा तरलता होती है
  • ब्याज (Interest) सामान्य अकाउंट से थोड़ा अधिक होता है (5-6%)
  • ATM और Net Banking से आसान एक्सेस

बैंकों जैसे AU Small Finance, IDFC First Bank, या Kotak 811 Account में आपको High Interest मिल सकता है।

Liquid Mutual Fund – Emergency Fund के लिए स्मार्ट विकल्प

Liquid Funds mutual funds का वो रूप हैं, जिसमें पैसे short-term instruments (जैसे treasury bills, commercial paper) में लगाए जाते हैं। ये:

  • 24 घंटे में redeem हो सकते हैं
  • 6–7% तक return दे सकते हैं
  • Low risk और high liquidity वाला ऑप्शन हैं

ये traditional FD या RD से कहीं बेहतर liquidity और flexibility देते हैं।

FD Vs RD Vs Emergency Fund – किसे चुनें? What is Emergency Fund

FeatureFixed Deposit (FD)Recurring Deposit (RD)Emergency Fund
LiquidityModerateLowHigh
ReturnsFixedFixedModerate to Low
FlexibilityLowVery LowHigh
PurposeInvestmentHabitual SavingCrisis Only

FD और RD अच्छा है लेकिन emergency के समय आसानी से पैसे निकाल पाना थोड़ा मुश्किल होता है।

Emergency Fund को ट्रैक करने के लिए Mobile Apps

आप नीचे दिए गए ऐप्स की मदद से Emergency Fund की प्लानिंग, ट्रैकिंग और growth को manage कर सकते हैं:

  • Walnut: खर्च और बचत ट्रैक करें
  • ET Money: Mutual Fund SIP से Emergency Fund बनाएं
  • Money View: Budgeting और EMI Tracker
  • GoodBudget: Envelop Budgeting System

ये Apps मदद करते हैं ये जानने में कि Emergency Fund में कितना डाला, कितना निकाला, और कितनी growth हुई।

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Saving को Automate करें – Discipline से बढ़ेगा Emergency Fund

Auto-debit या SIP सेट करने से हर महीने बिना भूले Emergency Fund बढ़ता जाता है। इससे Saving की आदत बनी रहती है और “Discipline” भी बरकरार रहता है।

ऐसे में Human Error की कोई जगह नहीं रहती और आपका Emergency Fund लगातार बढ़ता रहता है।

Emergency Fund को बिना वजह न छुएं

कई लोग छोटी-छोटी जरूरतों (जैसे फोन खरीदना, घूमना) के लिए Emergency Fund तोड़ देते हैं। ऐसा न करें! Emergency Fund सिर्फ असली आपातकाल के लिए है।

यहां कुछ परिस्थितियां जिनमें Emergency Fund नहीं निकालना चाहिए:

  • Online Sale या Festival Shopping
  • किसी दोस्त को उधार देना
  • Investment करने के लिए

Emergency Situations कौन-कौन सी होती हैं?

Emergency Fund का उपयोग निम्न परिस्थितियों में किया जा सकता है:

  • अचानक नौकरी जाना
  • किसी परिजन की गंभीर बीमारी
  • Unexpected यात्रा (Death या गंभीर कारण)
  • घर या गाड़ी का भारी Repair
  • Business में अचानक Loss

ये सब असली आपातकाल हैं, जिनके लिए Emergency Fund ज़रूरी है।

Emergency Fund की समीक्षा करें – 6 महीने में एक बार

हर 6 महीने में अपने Emergency Fund का Audit करें:

  • आपके महीने के खर्च बढ़ गए हैं?
  • क्या आपकी नौकरी या जीवनशैली में बदलाव आया है?
  • क्या आपने फंड से कुछ निकाला है?

इन सवालों के जवाबों के हिसाब से अपने Emergency Fund को अपडेट करें।

Emergency Fund Planning – शादीशुदा और सिंगल के लिए अलग-अलग?

हां, जरूर! अगर आप सिंगल हैं, तो आपको सिर्फ अपने खर्चों का ख्याल रखना है। लेकिन शादीशुदा लोगों को परिवार के लिए सोचना होता है।

  • बच्चों की शिक्षा
  • पत्नी की मेडिकल ज़रूरतें
  • परिवार का स्थायित्व

इसलिए उनका Emergency Fund थोड़ा बड़ा होना चाहिए।

महिलाएं और Emergency Fund

आज महिलाएं आर्थिक रूप से स्वतंत्र हो रही हैं। ऐसे में खुद का Emergency Fund रखना आत्मनिर्भरता की निशानी है। खासकर गृहिणियों के लिए ये ज़रूरी है ताकि वे किसी आपात स्थिति में खुद पर निर्भर रह सकें।

रिटायरमेंट के बाद Emergency Fund क्यों जरूरी है?

रिटायरमेंट के बाद आपकी इनकम सीमित हो जाती है। Medical और घरेलू खर्च अचानक बढ़ सकते हैं। ऐसे में Emergency Fund एक Lifeline बन सकता है।

Emergency Fund बनाते समय होने वाली आम गलतियाँ

  • केवल एक बार सेविंग करके छोड़ देना
  • Fund को invest कर देना जहां से निकालना मुश्किल हो
  • छोटे-मोटे खर्चों के लिए फंड निकाल लेना
  • दूसरों को बिना सोचे उधार देना

इन गलतियों से बचें ताकि फंड अपनी असली उपयोगिता निभा सके।

Success Stories – Emergency Fund से संकट से बाहर निकलने की कहानियाँ

Story 1:
“कोविड के दौरान मेरी नौकरी चली गई थी, लेकिन Emergency Fund की वजह से मैं पूरे 5 महीने बिना तनाव के घर चला पाया।”राकेश शर्मा, नोएडा

Story 2:
“मेरे पिता को अचानक ICU में भर्ती करना पड़ा, मेडिकल बीमा में क्लेम समय लगा, लेकिन Emergency Fund से समय पर इलाज हो गया।”पूजा सिन्हा, पटना

FAQs – what is Emergency Fund?

– कम से कम 3 से 6 महीने का खर्च Emergency Fund में होना चाहिए।

– Emergency Fund सिर्फ ज़रूरत के लिए होता है, जबकि Saving इच्छाओं के लिए।

– High interest savings account, Liquid Mutual Fund या Short-term FD में रखें।

– हर महीने सैलरी का 10-20% हिस्सा अलग रखें और फिक्स अमाउंट सेट करें।

– हर महीने सैलरी का 10-20% हिस्सा अलग रखें और फिक्स अमाउंट सेट करें।

– हां, कम इनकम हो तो भी थोड़ा-थोड़ा करके बनाना जरूरी है।

– गैर-ज़रूरी खर्च जैसे शॉपिंग, ट्रैवल या गिफ्ट खरीदने के लिए नहीं निकालना चाहिए।

निष्कर्ष

Emergency Fund बनाना कोई जटिल काम नहीं है। ये एक साधारण लेकिन शक्तिशाली आदत है, जो आपको आर्थिक आत्मनिर्भरता और मानसिक शांति देती है। एक मजबूत Emergency Fund आपको न सिर्फ संकट के समय राहत देता है, बल्कि भविष्य के प्रति आश्वस्त भी करता है।

आज ही शुरुआत करें—छोटी रकम से, नियमितता के साथ। Emergency Fund आपका आर्थिक कवच है, जिससे आप भविष्य की अनिश्चितताओं का आत्मविश्वास से सामना कर सकते हैं।

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