Trading in Hindi क्या है और कैसे शुरू करें? (Beginner Guide)

Trading क्या है
ट्रेडिंग का मतलब है खरीद-बिक्री करना। लेकिन यहाँ सामान्य सामान की नहीं बल्कि वित्तीय साधनों (Financial Instruments) की खरीद-बिक्री होती है। आप किसी शेयर, मुद्रा (Currency), कमोडिटी या क्रिप्टो को कम दाम पर खरीदते हैं और ज्यादा दाम पर बेचते हैं। इस दाम के अंतर से होने वाला मुनाफा ही Trading in hindi कहलाता है।
उदाहरण के लिए:
मान लीजिए आपने TATA Motors का शेयर ₹500 में खरीदा और अगले हफ्ते वह ₹550 का हो गया। अगर आप इसे बेच देते हैं तो प्रति शेयर आपको ₹50 का लाभ होगा। यही ट्रेडिंग है।
आज के डिजिटल युग में ट्रेडिंग केवल शेयर मार्केट तक सीमित नहीं है। अब मोबाइल ऐप्स और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ने इसे हर किसी के लिए आसान बना दिया है।
Trading और Investment में अंतर
ट्रेडिंग और निवेश दोनों पैसे कमाने के तरीके हैं लेकिन दोनों की सोच और तरीका अलग होता है।
- Investment लंबी अवधि का होता है। इसमें धैर्य चाहिए और लक्ष्य होता है धीरे-धीरे संपत्ति बनाना।
- Trading अल्पकालिक होती है। इसमें तेज़ी से दाम बदलने से मुनाफा कमाया जाता है।
पहलू | Investment | Trading |
---|---|---|
अवधि | सालों या दशकों तक | मिनटों से महीनों तक |
जोखिम | कम | ज्यादा |
मुनाफ़ा | स्थिर लेकिन धीमा | तेज लेकिन अनिश्चित |
आधार | कंपनी की ग्रोथ | दाम का उतार-चढ़ाव |
👉 सरल शब्दों में कहें तो निवेश धैर्यवान लोगों के लिए है और ट्रेडिंग सक्रिय और तेज़ निर्णय लेने वालों के लिए।
Trading के प्रकार
ट्रेडिंग कई तरीकों से की जाती है। शुरुआती लोगों को इन सभी प्रकारों की समझ होना जरूरी है।
- Intraday Trading – एक ही दिन में खरीदना और बेचना।
- Swing Trading – कुछ दिन या हफ्तों तक शेयर रखना।
- Long Term Trading – महीनों या सालों तक पोज़िशन रखना।
- Scalping – सेकंडों और मिनटों में छोटे सौदे करना।
- Intraday Trading क्या है?
Intraday Trading का मतलब है कि आप सुबह शेयर खरीदते हैं और शाम तक बेच देते हैं।
- इसमें तेजी से मुनाफ़ा हो सकता है।
- लेकिन इसमें जोखिम भी सबसे ज्यादा होता है।
👉 शुरुआती लोगों को Intraday में बहुत सावधानी रखनी चाहिए।
- Swing Trading क्या है?
Swing Trading में ट्रेडर 2–10 दिनों तक शेयर होल्ड करता है।
- यह उन लोगों के लिए अच्छा है जिनके पास ज्यादा समय नहीं है।
- इसमें रिस्क भी Intraday से कम होता है।
- Long Term Trading क्या है?
Long Term Trading निवेश और ट्रेडिंग का मिश्रण है।
- इसमें शेयर महीनों या सालों तक होल्ड किया जाता है।
- लंबी अवधि में अच्छी कंपनियों के शेयर से स्थिर रिटर्न मिलता है।
- Scalping Trading क्या है?
Scalping बहुत छोटे समय के लिए होती है।
- ट्रेडर सेकंड या मिनटों में छोटे-छोटे सौदे करता है।
- यह अनुभव वाले लोगों के लिए है क्योंकि इसमें तेजी से निर्णय लेना पड़ता है।

Technical Analysis क्या है?
Technical Analysis का मतलब है चार्ट देखकर भविष्य की कीमत का अनुमान लगाना।
- Indicators: RSI, MACD, Moving Averages।
- Chart Patterns: Head & Shoulders, Double Top, Cup & Handle।
👉 शुरुआती लोगों को TradingView जैसे टूल्स से शुरुआत करनी चाहिए।
उदाहरण:
मान लीजिए आपने Reliance का शेयर ₹2500 में खरीदा और उसी दिन यह ₹2525 हो गया। आप बेच देंगे और 25 रुपये का मुनाफ़ा कमाएंगे। यह Intraday Trading है।
अगर वही Reliance आप एक हफ्ते के लिए रखते हैं और यह ₹2600 तक चला जाता है, तो यह Swing Trading होगी।
Stock Market Trading क्या है?
स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग सबसे लोकप्रिय तरीका है। इसमें आप कंपनियों के शेयर खरीदते और बेचते हैं।
भारत में दो प्रमुख एक्सचेंज हैं:
- NSE (National Stock Exchange)
- BSE (Bombay Stock Exchange)
यहाँ हजारों कंपनियों के शेयर खरीदे-बेचे जाते हैं। स्टॉक की कीमत माँग और आपूर्ति पर निर्भर करती है।
👉 अगर कंपनी का मुनाफ़ा बढ़ता है, तो शेयर की कीमत भी बढ़ेगी और निवेशकों को फायदा होगा।
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Forex Trading क्या है
Forex Trading यानी Foreign Exchange में करेंसी की ट्रेडिंग।
- इसमें एक मुद्रा को दूसरी मुद्रा के मुकाबले खरीदा-बेचा जाता है।
- सबसे ज्यादा ट्रेड होने वाले पेयर हैं: USD/INR, EUR/USD, GBP/USD।
उदाहरण:
अगर आपको लगता है कि डॉलर की कीमत बढ़ेगी, तो आप डॉलर खरीद सकते हैं। जब यह बढ़ जाएगा, तब बेचकर मुनाफ़ा कमा सकते हैं।
Commodity Trading क्या है
कमोडिटी यानी सोना, चांदी, कच्चा तेल, गेहूँ, कॉफी जैसी वस्तुएँ।
भारत में MCX (Multi Commodity Exchange) इसके लिए सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म है।
Commodity Trading उन लोगों के लिए अच्छा है जो मेटल, ऑयल या एग्रीकल्चर सेक्टर पर नजर रखते हैं।
Crypto Trading क्या है
क्रिप्टो ट्रेडिंग आजकल बहुत चर्चा में है। इसमें डिजिटल करेंसी जैसे Bitcoin, Ethereum, Dogecoin खरीदी-बेची जाती हैं।
फायदे:
- 24×7 मार्केट खुला रहता है।
- तेजी से मुनाफ़ा कमाया जा सकता है।
नुकसान:
- बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव (Volatility)।
- सरकार के नियमों की अनिश्चितता।
Trading शुरू करने से पहले तैयारी
अगर आप ट्रेडिंग शुरू करना चाहते हैं तो इन बातों पर ध्यान दें:
- मार्केट का बेसिक ज्ञान लें।
- छोटे निवेश से शुरुआत करें।
- डेमो अकाउंट पर अभ्यास करें।
- भरोसेमंद ब्रोकर चुनें।
👉 शुरुआत में 1000–2000 रुपये से शुरुआत करना बेहतर है।
- Trading Account कैसे खोले
ट्रेडिंग शुरू करने के लिए आपको दो अकाउंट चाहिए:
- Demat Account – शेयरों को डिजिटल रूप में रखने के लिए।
- Trading Account – खरीद-बिक्री करने के लिए।
आप Zerodha, Groww, Angel One, Upstox जैसे प्लेटफॉर्म पर आसानी से अकाउंट खोल सकते हैं।
- Broker का चुनाव कैसे करें
ब्रोकर आपकी ट्रेडिंग का माध्यम होता है।
- Discount Broker (जैसे Zerodha, Upstox) – कम चार्ज लेकिन रिसर्च नहीं।
- Full Service Broker (जैसे ICICI Direct, HDFC Securities) – ज्यादा चार्ज लेकिन रिसर्च और एडवाइजरी भी।
👉 शुरुआती लोगों के लिए Discount Broker बेहतर है क्योंकि फीस कम होती है।
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Demat और Trading Account का अंतर
- Demat Account: इसमें शेयर सुरक्षित रहते हैं, जैसे बैंक में पैसे।
- Trading Account: इससे आप खरीद-बिक्री करते हैं।
दोनों मिलकर ही पूरी प्रक्रिया को संभव बनाते हैं।
Technical Analysis क्या है
Technical Analysis का मतलब है चार्ट देखकर भविष्य की कीमत का अनुमान लगाना।
- Indicators: RSI, MACD, Moving Averages।
- Chart Patterns: Head & Shoulders, Double Top, Cup & Handle।
👉 शुरुआती लोगों को TradingView जैसे टूल्स से शुरुआत करनी चाहिए।
Fundamental Analysis क्या है
इसमें कंपनी की वित्तीय स्थिति देखी जाती है।
- कंपनी का Profit और Loss।
- Debt यानी कर्ज़ कितना है।
- Future Plans और Management।
👉 अगर कंपनी मजबूत है, तो उसके शेयर लंबे समय तक अच्छे रिटर्न देंगे।
Risk Management in Trading
ट्रेडिंग में सबसे जरूरी चीज़ है रिस्क को मैनेज करना।
- Stop Loss लगाएं – तय करें कि कितने नुकसान पर शेयर बेचना है।
- Diversify करें – सारे पैसे एक जगह न लगाएँ।
- Capital Allocation – एक ट्रेड में 5–10% से ज्यादा पैसा न लगाएँ।
Beginner के लिए Best Trading Strategy
- छोटे निवेश से शुरुआत करें।
- केवल 1–2 शेयर पर फोकस करें।
- ज्यादा लालच न करें।
- धीरे-धीरे सीखें।
Trading के लिए जरूरी Tools और Apps
- Zerodha Kite
- Upstox Pro
- Groww App
- TradingView (Analysis के लिए)
Trading से पैसे कैसे कमाए
- सही समय पर खरीदें और बेचें।
- Research पर भरोसा करें, टिप्स पर नहीं।
- धीरे-धीरे पोर्टफोलियो बनाएं।
Trading में होने वाली आम गलतियाँ
- बिना जानकारी के ट्रेड करना।
- भावनाओं में आकर निवेश करना।
- रिस्क मैनेजमेंट न करना।
Trading में सफलता कैसे मिले
- अनुशासन रखें।
- मार्केट की खबरों पर नजर रखें।
- लगातार सीखते रहें।
भारत में Trading के लिए Best Time
- सुबह 9:15 से 10:30 बजे तक – मार्केट सबसे एक्टिव रहता है।
- दोपहर 1 बजे से 2 बजे तक – दूसरा अच्छा समय है।
Taxes in Trading
भारत में ट्रेडिंग से हुई कमाई पर टैक्स लगता है।
- Intraday Trading = Business Income।
- Long Term Holding = Capital Gains Tax।
👉 टैक्स रिटर्न भरते समय इनकम डिक्लेयर करना जरूरी है।
Trading के लिए Mindset
- धैर्य और अनुशासन रखें।
- भावनाओं पर काबू रखें।
- केवल उतना ही निवेश करें जितना खोने पर असर न हो।
Future of Trading in India
भारत में डिजिटलाइजेशन और नये निवेशकों की वजह से ट्रेडिंग का भविष्य उज्ज्वल है।
- मोबाइल एप्स की वजह से यह आसान हो गया है।
- आने वाले समय में और भी लोग इसमें जुड़ेंगे।
Trading क्या है
संक्षेप में, ट्रेडिंग पैसा कमाने का अच्छा तरीका है लेकिन इसमें रिस्क भी है। सही ज्ञान, धैर्य और रणनीति से आप इसमें सफल हो सकते हैं।
FAQs- Trading in Hindi
निष्कर्ष
Trading पैसे कमाने का रोमांचक लेकिन जोखिम भरा तरीका है। सही जानकारी, अनुशासन और जोखिम प्रबंधन के साथ कोई भी व्यक्ति इस क्षेत्र में सफल हो सकता है। शुरुआती लोगों को छोटे निवेश से शुरुआत करनी चाहिए और धीरे-धीरे अनुभव जुटाना चाहिए।